राजस्थान सरकार ने 2021 में एक महत्वाकांक्षी योजना Mukhyamantri Chiranjivi Jeevan Raksha Yojana शुरू की, जिसका उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की जान बचाने और उन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करना है। इस योजना का नाम “राजस्थान मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना” रखा गया, जो उन लोगों को सम्मान और प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है जो घायल व्यक्तियों को अस्पताल तक पहुंचाने में सहायता करते हैं। इस लेख में, हम इस योजना की सभी महत्वपूर्ण जानकारी और लाभों को विस्तार से जानेंगे।
राजस्थान मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना का उद्देश्य
Mukhyamantri Chiranjivi Jeevan Raksha Yojana का मुख्य उद्देश्य राजस्थान राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान करना है। यह देखा गया है कि कई बार दुर्घटनास्थल पर मौजूद लोग घायल व्यक्ति की सहायता करने से इसलिए हिचकते हैं क्योंकि उन्हें पुलिस की पूछताछ का डर होता है। इसी समस्या को हल करने और लोगों को प्रेरित करने के लिए यह योजना लागू की गई है।
राजस्थान मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना के तहत लाभ
राजस्थान मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना के तहत घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को Good Samaritan यानी “भला व्यक्ति” का दर्जा दिया जाता है। ऐसे व्यक्तियों को सरकार द्वारा निम्नलिखित लाभ प्रदान किए जाते हैं:
लाभ | विवरण |
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सम्मान राशि | ₹5000 |
प्रशस्ति पत्र | जीवन रक्षा के लिए सम्मानित किया जाएगा |
पुलिस पूछताछ से सुरक्षा | पुलिस द्वारा कोई पूछताछ नहीं की जाएगी |
राजस्थान मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना पात्रता मानदंड
Mukhyamantri Chiranjivi Jeevan Raksha Yojana का लाभ उठाने के लिए, निम्नलिखित पात्रताएँ निर्धारित की गई हैं:
पात्र व्यक्ति | विवरण |
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सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को सरकारी या निजी अस्पताल पहुंचाने वाला व्यक्ति | किसी भी आयु, वर्ग या श्रेणी का व्यक्ति |
सामान्य नागरिक | घायल व्यक्ति का सगा संबंधी नहीं होना चाहिए |
गैर-पेशेवर सहायता | सरकारी या निजी एम्बुलेंस कर्मियों को लाभ नहीं मिलेगा |
इस योजना के तहत 108 एम्बुलेंस के कर्मचारी, पुलिसकर्मी, और पीसीआर वैन पर तैनात कर्मचारी लाभ के पात्र नहीं माने जाएंगे।
Mukhyamantri Chiranjivi Jeevan Raksha Yojanaआवेदन की प्रक्रिया
इस योजना का लाभ उठाने के लिए, अस्पताल में तैनात Casualty Medical Officer द्वारा घायल व्यक्ति की जानकारी एक विशेष फॉर्म में दर्ज की जाती है। इसके बाद, अस्पताल प्रशासन द्वारा यह जानकारी राज्य के Public Health Director को तीन दिन के भीतर भेज दी जाती है। उसके बाद, दो दिनों के भीतर घायल व्यक्ति के बैंक खाते में सम्मान राशि स्थानांतरित कर दी जाती है।
आवेदन प्रक्रिया | विवरण |
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घायल व्यक्ति की जानकारी | अस्पताल के इमरजेंसी रूम में कैसुअल्टी मेडिकल अफसर द्वारा दर्ज की जाएगी |
जानकारी प्रेषण | निदेशक, जन स्वास्थ्य को 3 दिन में भेजा जाएगा |
सम्मान राशि स्थानांतरण | 2 दिन में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से |
राजस्थान मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना का महत्त्व
राजस्थान मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना का महत्त्व इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि यह समाज में एक सकारात्मक माहौल बनाने का प्रयास करती है। यह योजना लोगों को प्रोत्साहित करती है कि वे सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद करें, बिना पुलिस या कानूनी कार्रवाई की चिंता के।
राजस्थान मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना गोल्डन ऑवर की भूमिका
सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में Golden Hour यानी दुर्घटना के बाद का पहला एक घंटा अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। इस समय में अगर घायल व्यक्ति को समय पर चिकित्सा सहायता मिल जाती है, तो उसकी जान बचने की संभावना काफी बढ़ जाती है। इस योजना का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस महत्वपूर्ण समय में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने में सहायता करें।
Mukhyamantri Chiranjivi Jeevan Raksha Yojana के तहत रोगी व्यक्ति के साथ सम्मानजनक व्यवहार
इस योजना के तहत घायल व्यक्ति के साथ सम्मानजनक व्यवहार करना अनिवार्य है। यदि वह व्यक्ति अस्पताल से तुरंत जाना चाहता है, तो उसे उसकी इच्छा के अनुसार तुरंत अनुमति दी जाती है। किसी भी स्थिति में घायल व्यक्ति को उसकी इच्छा के खिलाफ अस्पताल में रोका नहीं जाएगा।
राजस्थान मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना गंभीर घायल व्यक्ति की परिभाषा
इस योजना के तहत केवल गंभीर घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने वाले घायल व्यक्तियों को ₹5000 की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। सामान्य रूप से घायल व्यक्तियों के मामले में, घायल व्यक्ति को केवल प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। गंभीर घायल व्यक्ति वह माना जाता है जिसे तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है या जिसे रेफर कर भर्ती करने की स्थिति हो।
पुलिस द्वारा पूछताछ से सुरक्षा
इस योजना के तहत सबसे बड़ा लाभ यह है कि घायल व्यक्ति से पुलिस द्वारा कोई पूछताछ नहीं की जाएगी। यह योजना खास तौर पर इस डर को दूर करने के लिए बनाई गई है कि मदद करने वाला व्यक्ति पुलिस या कानूनी प्रक्रिया में फंस सकता है। इससे आम जनता को बिना किसी डर के सहायता करने की प्रेरणा मिलती है।
वित्तीय सहायता की प्रक्रिया
इस योजना के तहत दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि राज्य के सड़क सुरक्षा कोष से प्रदान की जाती है। योजना में किसी भी प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर संबंधित चिकित्सा अधिकारी या मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा 15 दिनों के भीतर निवारण किया जाता है।
राजस्थान मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना का सतत प्रभाव
मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना ने राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में सुधार लाने के साथ-साथ लोगों को अधिक मानवीय व्यवहार करने की प्रेरणा दी है। इस योजना के माध्यम से सरकार लोगों को संवेदनशीलता और सहानुभूति के साथ काम करने के लिए प्रेरित कर रही है।
निष्कर्ष: राजस्थान मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना ने राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों के जीवन को बचाने के प्रयास में एक नई दिशा दी है। इससे न केवल घायल व्यक्तियों को त्वरित चिकित्सा सहायता मिल रही है, बल्कि मदद करने वाले लोगों को भी एक सकारात्मक पहचान और सुरक्षा प्रदान की जा रही है। इस योजना के सफल कार्यान्वयन से राज्य में लोगों की मानसिकता में भी बदलाव आया है, और अधिक से अधिक लोग सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की सहायता करने के लिए आगे आ रहे हैं।
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संपर्क विवरण | हेल्पलाइन नंबर | ईमेल |
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चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग | 0141-2225624, 0141-2225000 | medicalcsr@gmail.com oc-med-rj@nic.in |
राजस्थान मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना(Mukhyamantri Chiranjivi Jeevan Raksha Yojana) ने समाज को यह संदेश दिया है कि मानवीय सहायता सबसे बड़ा धर्म है, और दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की मदद करने का महत्व अनमोल है।